‘‘ब्यावर’ इतिहास के झरोखे
से.......
✍वासुदेव मंगल की कलम से.......
ब्यावर सिटी (राज.)
छायाकार - प्रवीण मंगल (मंगल फोटो स्टुडियो, ब्यावर)
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25 जनवरी 2024 को फ्रान्स के राष्ट्रपति
मैक्रों जयपुर राज घराने के शाही मेहमान
सामयिक लेख: वासुदेव मंगल, ब्यावर (राज.)
बात सन् 1955 की है। आज के ठीक उन्नहत्तर सरल पहले यू एस एस आर अर्थात्
यूनाईटेड सोशलिस्ट सोवियत रिपब्लिक के तत्कालिन प्रधान मन्त्री मार्शल
बुल्गानिन भी जयपुर आये थे। उन्होनें भी जयपुर राज दरबार का आतिथ्य
स्वीकार किया था।
भारत की स्वतन्त्रता से ही रसिया देश के साथ घनिष्ठ मैत्री सम्बन्ध रहे.
है हालांकि रसिया उस समय से साम्यवादी देश रहा है और भारत स्वतन्त्रा
से ही लोकतान्त्रिक देश रहा है आज उस बात को पिचेत्तर से ज्यादा साल हो
गए। परन्तु आज भी दोनों देश निरन्तर एक दूसरे की जन प्रभुसत्ता का
परस्पर सम्मान करते चले आ रहे है।
इसी प्रकार अब यह दूसरा अवसर है जब फ्रान्स के राष्ट्रपति मैक्रों भी
अपनी व्यक्तिगत पसन्द शहर जयपुर पधार रहे हैं आज 25 जनवरी 2024 को। आप
विश्व प्रसिद्ध जयपुर शहर की बेजोड़ शिल्पकला, वास्तुकला और आमेर के किले
सहित जन्तर मन्तर का अवलोकन करेगें। वे जयपुर घराने के शाही मेहमान होगें।
जयपुर के लिए यह एक सुखद अवसर है।
मार्शल बुल्गानिन की भी शाही बग्गी में तत्कालिन जयपुर शहर में महाराज
सवाई जयसिंहजी द्वितीय के साथ शाही सवारी निकाली गई थी। लेखक को भी वो
नजारा उस वक्त जयपुर में देखने मिला था जब लेखक ग्यारह साल की उम्र में
थे।
फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों की भी शाही सवारी के साथ भारत के वर्तमान
प्रधान मन्त्री श्री नरेन्द्र मोदी के साथ जयपुर शहर का खूबसूरत शिल्पी
नजारे का भ्रमण रैली के रूप में होने की सम्भावना है।
यह दूसरा अवसर होगा जब दो देशों की डिप्लोमेसी की मित्रता की बेजोडे
मिसाल जयपुर शहर की सुन्दरता की पुनः एक बार होगी।
वैसे फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों, भारत के पिचत्तर गणतन्त्र दिवस पर
अतिथि के तौर पर भारत के प्रधान मन्त्री के आमन्त्रण पर दिल्ली में 26
जनवरी 2024 के समारोह में शिरकत करने पधार रहे हैं। परन्तु उनका जयपुर
शहर की बेजोड़ शिल्प कृति के रुझान की वजह से वे एक दिन पहले जयपुर
विजिट कर रहे हैं।
लेखक द्वारा उनके इस जयपुर आगमन के सुअवसर पर बहुत बहुत अभिनन्दन।
25.01.2024
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